कलेक्टर ने बताया कि कोविड पॉजिटिव पेशेंट के लिए लगभग 700 बेड  की व्यवस्था

कलेक्टर ने बताया कि कोविड पॉजिटिव पेशेंट के लिए लगभग 700 बेड  की व्यवस्था है। उन्होंने जानकारी दी कि, एक आदेश के द्वारा अस्पतालों को रेड, येलो एवं ग्रीन केटेगरी में विभाजित किया गया है। रेड कैटेगरी में कोविड- पॉजिटिव पेशेंट,  यलो केटेगरी में  कोरोना से संबंधित लक्षणों वाले पेशेंट तथा ग्रीन केटेगरी में अन्य बीमारियों के इलाज वाले पेशेंट लिए जाएंगे।
      कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि, ग्रीन केटेगरी वाले अस्पताल सबसे ज्यादा हैं। ऐसा इसलिये क्योंकि इंदौर शहर में  आबादी बहुत बड़ी है तथा बहुत सारे लोगों को कई अन्य बीमारियां हैं। उनका इलाज सामान्य रूप से चल सके इसलिए ग्रीन केटेगरी के अस्पताल सबसे ज्यादा हैं।
      उन्होंने बताया कि कोरोना, स्वाइन फ्लू से कम खतरनाक है तथा भारतीय इस वायरस से लड़ने में बहुत सक्षम हैं। इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं, बस संयम बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के समय दवा बाजार, केमिस्ट एसोसिएशन से संबंधित फैक्ट्री यूनिट पूर्ण रूप से खुली रहेंगी। वहां कार्य करने वाले कर्मचारियों को प्रमाण पत्र के द्वारा आने जाने पर छूट रहेगी।
      उन्होंने बताया कि, डॉक्टर तथा नर्स की सुरक्षा के लिए पी.पी.ई. किट दी गई है। रेड एवं येलो केटेगरी वाले अस्पतालों में पीपीई किट के माध्यम से डॉक्टर तथा नर्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। ग्रीन कैटेगरी वाले अस्पताल में एचआईवी किट का वितरण किया गया है।